बसंत पंचमी पर क्यों पहनते है पीले कपड़े

4 February, 2022
बसंत पंचमी पर क्यों पहनते है पीले कपड़े

आने वाली है बसंत पंचमी जानें क्यों पहनते हैं इस दिन पीले कपड़े

माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानि 5 फरवरी दिन शनिवार को बसंत पंचमी मनाई जाएगी| हिंदुओं के लिए इस पवित्र पर्व पर विद्या, वाणी और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है| इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना बेहद शुभ माना जाता है| इसके पीछे पौराणिक मान्यता भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी है, वैसे पंचमी तिथि बसंत के मौसम के आगमन का संकेत भी देती है|

शुभ है बसंत पंचमी

बसंत पंचमी अत्यंत शुभ माना गया है| पतझड़ के बाद बसंत ऋतु आती है| भगवान कृष्ण ने स्वयं कहा है कि "ऋतुओं में मैं बसंत हूं"| बसंत में मौसम सामान्य होने लगता है| सर्द हवाओं के तेवर कमजोर पड़ने लगते हैं| साफ शब्दों में समझें तो बंसत ऋतु में ना तो ज्यादा सर्दी होती है और ना ही गर्मी, इसलिए बंसत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है|  

मां सरस्वती की कथा 

मान्यता है कि भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्मा जी ने सृष्टि का प्रारंभ किया और मनुष्य की रचना की,  लेकिन वे अपने सर्जन से संतुष्ट नहीं थे| उन्हें लगता था कि कुछ कमी रह गई है, जिसके कारण चारों ओर मौन छाया रहता है| इसके बाद विष्णु जी से सलाह लेकर ब्रह्मा जी ने अपने कमण्डल से जल छिड़का, जैसे ही जल की छीटें पृथ्वी पर बिखरीं तो उसमें कंपन होने लगा और एक अद्भुत शक्ति का प्राकट्य हुआ| यह प्राकट्य एक चतुर्भुजी सुंदर स्त्री का था, जिसके एक हाथ में वीणा तथा दूसरा हाथ वर मुद्रा में था| अन्य दोनों हाथों में पुस्तक एवं माला थी|

प्राकट्य देवी ने बजाया वीणा                                                                                                                                   

ब्रह्मा जी ने देवी से वीणा बजाने का अनुरोध किया, जैसे ही देवी ने वीणा बजाना शुरू किया, पूरे संसार में एक मधुर ध्वनि फैल गई| संसार के जीव-जन्तुओं को वाणी प्राप्त हो गई| तब ब्रह्मा जी ने उन्हें वाणी की देवी सरस्वती कहा| मां सरस्वती विद्या और बुद्धि प्रदान करती हैं| बसंत पंचमी के दिन वे प्रकट हुईं थीं, इसलिए बसंत पंचमी के दिन इनका जन्मदिन मनाया जाता है| मां सरस्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है और विद्या और बुद्धि का वरदान मांगा जाता है|

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