रत्नों का चयन

8 February, 2023
रत्नों का चयन

रत्नों का चयन मुख्यतः ज्योतिषीय गणना, रोगी के रोग एवं उसके लक्षणों के आधार पर किया जाता हैं।

मानसिक तनावः- मानसिक तनाव के लिए मोती और सफेद नीलम को चांदी की अंगूठी में पहनने से लाभ होता है।

मधुमेहः- मधुमेह के लिए सफेद नीलम और सफेद मूंगा चांदी की अंगूठी में पहनने से लाभ होता है।

उच्च रक्त चापः- उच्च रक्त चाप के लिए दो पंचमुखी रुद्राक्ष और एक 6 मुखी रुद्राक्ष के बीच में दो लाल मूंगा लाल धागे की माला में पहनने व माणिक, पन्ना और मोती को चांदी की अंगूठी में पहनने से लाभ होता है।

चित्त की एकाग्रताः- पठन-पाठन में एकाग्र चित्त न होने की दशा में एक लाॅकेट में हरा तुरमुली नीलम और पन्ना पहनने से लाभ होता है।

स्त्रियों की कमजोरीः- वह जितने फिरोजा पहनें, उतना ही उन्हें फायदा होता है।

प्रदर रोगः- प्रदर रोग के लिए मोती बहुत लाभदायक है।

कोढ़ः- प्राथमिक अवस्था में माणिक तांबे की अंगूठी में दाहिने हाथ की उंगली (रिंग फिंगर) में पहनने से कोढ़ को रोक देता है।

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